नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपेक्षाएं- परिचर्चा

शुक्रवार, 2 जनवरी 2009

प्रमोद जैन ने लिखा है

२१वि सदी में किसी भी कार्यालय में अगर कंप्यूटर, इन्टरनेट और इ-मेल का प्रयोग न हो रहा हो तो ये एक विस्मय की बात हो सकती है। ये एक दुर्भाग्य है की १५ साल के प्रयास के बाद भी हमारे कार्यालय का कम्प्युतिकरण का काम अधुरा है। पता नही कितनी बार सॉफ्टवेर बना है और रिजेक्ट हो गया है, पता नही कितनी बार वेबसाइट बनी है और defunct हो गई है।
नए नेतृत्व से अपेक्षा है की वो ये टारगेट ले की तीन साल के दौरान राष्ट्रीय कार्यालय और प्रांतीय कार्यालय को निश्चित रूप से पूर्ण कम्प्युतिकरण करें और इनका आपस का पत्राचार compulsorily इ-मेल से ही हो।
प्रमोद कु जैन

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